चाहने वालों की कतार में कोई दीवाना रखना।
जिंदगी जिस तरह भी चले चलाना उसको,
खुशियां पराई हों पर गम भी बेगाना रखना।
बादल की उड़ान में खुले आकाश को रखना,
मगर दिल के किसी कोने में जमाना रखना।
जो अच्छा लगे दिल में बसा के रखना उसको,
मगर दिल के एक कोने को वीराना रखना।
भले ही ना बने कोई कहानी जिंदगी में,
पर छोटी सी मुलाकात एक अफ़साना रखना।
सबके साथ होते हुए भी अकेली है जिंदगी,
कभी प्यार का अरमान है जिंदगी,
तो कभी दर्द से भरा तूफान है जिंदगी,
कभी कांटों से भरा रास्ता है जिंदगी,
कभी फूलों-सी मासूम है जिंदगी,
और कभी गुनाहों का बोझ बन जाती है जिंदगी,
आखिर क्या है यह जिंदगी ?
इसे छोड़ एक दिन जाना पड़ेगा,
जिंदगी से चाहे जितना प्यार कर लो,
होती है आखिर बेवफा यह जिंदगी,
इसीलिए कुछ ऐसा जी कर जाओ इसे,
कि इतिहास में दर्ज हो जाए यह जिंदगी।
सुख कभी वो देख पाता नहीं।
जिंदगी आंसू की लकीरें नहीं,
यूं ही इसे बहाया जाता नहीं।
दूसरों के आंसू जो पोंछें नहीं,
जीना अभी उसने जाना नहीं।
निज देश हेतु कुछ अर्पण नहीं,
पूजा का तरीका वो जाना नहीं।
मदान्ध वृत्ति में यूं जीना नहीं,
अहंकार से कभी जलना नहीं।
दूजे की धरती पर मरना नहीं,
अपनी धरा को त्यागना नहीं।
इन शब्दों को भूलना नहीं,
भूलने में कोई गरिमा नहीं।
देखा तो वो तस्वीर हर एक दिल से लगी थी
ये चोट किसी साहिबे-महफ़िल से लगी थी
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