गुलाब जिंदा रहा
अलग हुआ तो मुरझा गया,
वह चिराग क्या अपना दर्द बयान करे
जिसको जलाने वाला ही बुझा गया।
पल पल रंग बदलती इस जिंदगी में
कभी खुशनुमा पल तो
कभी हादसे भी पेश आते हैं,
उम्मीद में छा जाता ग़म का अंधेरा
जहां टूटे सपने चुभोते हैं नश्तर
वहां तिनके भी फरिश्ते बन जाते हैं,
अपनों ने बढ़ायी हैं जहां उलझने
वहां कोई गैर मसले सुलझा गया।
हर किसी का कोई सहारा हो
कि जिसे हम प्यार करें
उसे भी हमसे प्यार हो
कुछ कश्तियां तो समंदर मैं ही डूब जाती हैं
यह जरूरी नहीं कि हर किश्ती का कोई किनारा हो
ना जवाब बन के मिला करो
मेरी जिंदगी मेरा ख्वाब है
मुझे ख्वाब बन के मिला करो
इतनी मोहब्बत है मेरे दिल में आपके लिये
कि यह कभी कम न हो पायेगी
जिस दिन जायेंगे इस दुनिया से
उस दिन मौत भी आंसूं बहायेगी
निगाहें निगाहों से मिलाकर तो देखो
नये लोगों से रिश्ता बना के तो देखो
हसरतें दिल में दबाने से क्या फायदा
अपने होंठों को हिला के तो देखो
आसमां सिमट जायेगा तुम्हारे आगोश में
चाहत की बाहें फैला कर तो देखो
दिल के टूटने की आवाज नहीं होती
गर होता उन्हें एहसास दर्द का
तो दर्द देने की आदत नहीं होती !
जहर दुश्मन से लिया नहीं जाता
दिल में है उल्फत जिस प्यार की
उसके बिना जिया नहीं जाता!
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